सेना मे काम करने वालों जवानों की एक समस्या यह भी हे की उनकी छूटिया आखिरी समय पर और बड़ी मूशकेली मंजूर की जाती हे। इसीलिए उन्हे ट्रेन मे टिकट मिलन बड़ा ही मुश्किल हो जाता हे। अगर एसे मे उनको फ्लाइट की टिकट सस्ते मे मिल जाए तो परेशानी काफी हद तक हल हो सकती हे। पुणे के दो शख्सों जिसका नाम रवि कुमार और वरुण जैन जिसने “उड़चलों ” स्टार्टअप शरू किया। वो दोनों ही इंजीनियर हे।
उड़चलों की शरुआत साल 2015 मे 1200 सनिकों की हवाई यात्रा से हुई थी और अब सालाना लगभग 16 लाख जवान हवाई यात्रा करते हे। रवि कुमार और वरुण जैन का फॅमिली बैकग्राउंड आर्म्ड फोर्सेस हे। इसीलिए उन्होंने गोर किया की लगभग कोई ना कोई फ्लाइट मे कई सीटें खाली होती हे। उन्होंने सोच की अगर इन डिस्काउंट टिकट के जरिए जवानों को ट्रैवल करे तो वो बेहद सुविधाजनक होगा।
उड़चलों ब्रांड की पेरेंट कंपनी upcurve business services limited हे। कंपनी एक सदस्यता मोडेल बनाने के लिए अपने ग्राहकों को ऑफर और अन्य सुविधाओ भी देती हे। उड़चलों आयकर विभाग से मिला हुए हे। स्टार्टअप भारत सरकार के मंत्रालय मे रजिस्टर हे।उड़चलों ने सेना के एसे जवानों पर फोकस किया की जो नॉन ऑफिसर हे और जो ट्रेन मे ट्रैवल करते हे। उड़चलों आर्म्ड फोर्स के लिए डिस्काउंट देने का एक नया कान्सेप्ट लाया हे क्यूंकी, आखिरी समय मे टिकट बुक करवाना आसान नहीं होता। स्टार्टअप ने लागत के अंतर को पाट दिया जिससे ट्रेन टिकट और फ्लाइट टिकट मे मामूली अंतर रह गया।
उड़चलों का काम ‘सर्विस फॉर सर्विसेज़’ हे। उड़चलों ट्रैवल, ग्रुप हाउसिग, यूटिलिटी बिल पेमेंट्स की पेशकश करती हे। उड़चलों की वेबसाईट, एप, और 70 आउटरिच सेंटर हे। स्टार्टअप की 50 लाख फीसदी बुकिंग कार्यालय उरी, जेसी जगहों पर होती हे। कंपनी ने पिछले 5 सालों मे 450 फीसदी से ज़्यादा ग्रोथ दर्ज की हे। उड़चलों आर्मी वेटर्न्स, वीर नारियों के रोजगार भी जनरेट करती हे। उड़चलों ने इंडिगो, स्पीकएजेट, गो एयर, विस्तरा, जेसी कंपनिया के साथ पातनरशिप की हुई हे। उड़चलों ने ओयों और फएबहोटेल्स के साथ पाटनरशिप की हे।