बल्लेबाज बड़े हिट्स के सहारे दर्शकों को अपना फैन बनाना चाहते हैं। क्रिकेट के खेल में सबसे लंबा छक्का मारने का रिकॉर्ड न तो शाहिद अफरीदी के नाम है और न ही महेंद्र सिंह धोनी के नाम। 100 साल से भी पहले क्रिकेट में सबसे लंबा छक्का लगाने का विश्व रिकॉर्ड बनाया था, लेकिन आज तक कोई भी इस रिकॉर्ड के करीब भी नहीं पहुंचा है। क्रिकेट(Cricket) के इतिहास में सबसे लंबा छक्का 19वीं सदी में अल्बर्ट ट्रॉट ने लगाया था।
क्रिकेट का सबसे लंबा छक्का:
अल्बर्ट ट्रॉट 19वीं सदी के सबसे खतरनाक बल्लेबाजों में से एक रहे हैं। उन्होंने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया दोनों के लिए क्रिकेट खेला है। अल्बर्ट ने 19वीं सदी में ऐसा छक्का लगाया था, जो लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड के पवेलियन को पार कर गया था। उनके छक्के की लंबाई 164 मीटर थी। यह क्रिकेट(Cricket) के इतिहास का सबसे लंबा छक्का था। अल्बर्ट ने यह शॉट इंग्लैंड में मैरीलेबोर्न क्रिकेट क्लब के लिए खेलते हुए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बनाया था।
गोली मारकर आत्महत्या कर ली:
कहा जाता है कि इस खिलाड़ी ने 1910 में 41 साल की उम्र में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। उन्होंने 164 मीटर में छक्का मारने की उपलब्धि हासिल की है। 19वीं सदी में गेंदबाज अल्बर्ट ट्रॉट के नाम से डरते थे। इतना ही नहीं वह गेंदबाजी में भी बल्लेबाजों के लिए खौफनाक साबित हुए हैं।
महेंद्र सिंह धोनी: (Mahendra singh Dhoni )
धोनी ने साल 2011-12 में सीबी सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में डेब्यू किया था। यह छक्का लॉन्ग ऑफ की दिशा में लगा, जो उस स्टेडियम की बहुत बड़ी बाउंड्री थी, लेकिन धोनी के इस छक्के ने आसानी से उस बाउंड्री को पार कर 112 मीटर की दूरी तय की।
भारतीयों के नाम भी इन मे शामिल है:
युवराज सिंह(Yuvaraj sinh) ने 119 मीटर का छक्का लगाया है। युवी(Yuvaraj sinh) के नाम टी-20 में 6 गेंदों पर 6 छक्के लगाने का रिकॉर्ड भी शामिल है। वहीं एमएस धोनी ने 112 मीटर का छक्का लगाया है। 2007 के टी 20 विश्व कप में, भारत के युवराज सिंह ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 70 रनों की पारी के दौरान ब्रेट ली की गेंद पर 119 मीटर लंबा छक्का लगाया। ये छक्का इसलिए भी कमाल था क्योंकि उन्होंने इसके लिए सिर्फ अपनी कलाइयों का इस्तेमाल किया था।