कर्नाटक(Karnatak ) में इन दिनों हिजाब विवाद चल रहा है। ये विवाद अभी खत्म भी नहीं हुआ कि अब बिहार(Bihar) में भी हिजाब से जुड़ा एक विवाद सामने आ गया। यहां बुर्का पहनकर बैंक पहुंची युवती से कैशियर ने हिजाब उतारने को कह दिया जिसके बाद हंगामा खड़ा हो गया। ये बवाल धार्मिक के बाद सियासी रंग भी ले चुका है। बड़े-बड़े दलों के नेता इस विवाद को जमकर हवा दे रहे हैं और अपनी सियासी रोटी सेंक रहे हैं।
बिहार से सामने आया हे ये मामला:
यहां एक मुस्लिम युवती को बुर्का पहनने की वजह से बैंक वालों ने पैसे ही देने से मना कर दिया। मुस्लिम युवती का खाता यूको बैंक में है। ये शाखा बेगूसराय(Begusaray) के मंसूरचक थाना क्षेत्र में है। यहीं पर एक मुस्लिम युवती अपने खाते से पैसे निकालने पहुंची थी। वो बैंक में बुर्का पहनी हुई थी। उसने पैसे निकालने के लिए फॉर्म भरा और कैशियर को दे दिया। उसे लगा कि अब उसको खाते से जरूरत के पैसे मिल जाएंगे।
कैशियर ने बुर्का उतारने की मांग कर दी:
जिस कैशियर को युवती ने फॉर्म भरकर दिया था, उस कैशियर ने लड़की से कहा कि पहले अपना चेहरा दिखाओ, इसके बाद ही उसको पैसे मिल सकेंगे। इस मांग से युवती सकते में आ गई और उसने हिजाब उतारने का विरोध करना शुरू कर दिया। मामला बढ़े पर हंगामा शुरू हो गया और पूरी घटना बिहार की राजनीति में भी छा गई।
बैंक मैनेजर को देनी पड़ी सफाई:
किसी फ्रॉड से बचने के लिए कैशियर ने युवती से बुर्का हटाने के लिए कहा था ताकि वो उसका चेहरा देखकर आश्वसत हो सके कि ये वही महिला है, जिसका यहां अकाउंट है। मैनेजर ने बताया कि फॉर्म में युवती ने जो साइन किए थे, वो सही से मैच नहीं हो रहे थे। मैनेजर का कहना है कि बैंक को हिजाब की वजह से कोई दिक्कत नहीं है।
बैंककर्मियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की:
इस मामले ने फौरन ही सियासी रंग ले लिया। राजद नेता और पूर्व सीएम तेजस्वी यादव ने भी अल्पसंख्यकों से जुड़ा मामला होने की वजह से इस लपकने में देरी नहीं की। उन्होंने इस घटना के लिए सीधे सीएम नीतिश कुमार को ही घेर लिया। तेजस्वी ने दोषी बैंककर्मियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है।