“अगर आपके बेटे को नौकरी नहीं मिल रही है, तो दूध बेचना शुरू करें।” यह सुनकर पढ़े-लिखे लोग नाराज हो सकते हैं। वे लोग दूध बेचना एक छोटा और तुच्छ काम मानते हैं। हालांकि कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता। मन से काम किया जाए तो कोई भी काम करके पैसा कमाया जा सकता है। आज हम बात करेंगे एक ऐसे दूधवाले की जिसने 30 करोड़ रुपये का हेलीकॉप्टर खरीदा है।
वर्ल्ड मिल्क डे पहली जून को मनाया जाता है।आज हम बात करेंगे देश के एक अमीर दूधवाले की जिसने दूध बेचने के लिए 30 करोड़ रुपये का एक खास हेलीकॉप्टर खरीदा है। जनार्दन भोईर महाराष्ट्र के भिवंडी में रहते हैं। वह दूध का व्यापारी और किसान है। उनका रियल एस्टेट का कारोबार भी है। उनके पास 100 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है। यह सब उसने दूध बेचकर और खेती करके इकठ्ठा किया है।
जनार्दन ने हाल ही में अपने दूध कारोबार के विस्तार के लिए 30 करोड़ रुपये का एक हेलीकॉप्टर खरीदा था। आमतौर पर अंबानी और अदानी जैसे अरबोपति व्यवसायियों के पास अपने चार्टर प्लेन होते हैं। हालांकि, कई लोगों को मिल्क हेलिकॉप्टर खरीदने का आइडिया पसंद नहीं आया।
दूध के व्यापारी जनार्दन को अपने व्यापार के लिए कई राज्यों और विदेशों की यात्रा करनी पड़ती है। घूमने में बहुत समय लगता है। इस समय को बचाने के लिए उन्होंने एक हेलीकॉप्टर खरीदा। उन्होंने अपनी ढाई एकड़ जमीन पर हेलीपैड बनाया है।
जनार्दन जब पहली बार हेलीकॉप्टर लाए तो उनके आसपास के लोग अभिभूत हो गए थे। हर कोई हेलिकॉप्टर में बैठने को आतुर थे। जनार्दन ने हेलिकॉप्टर में कई लोगों को सफर भी कराया था। डेयरी कारोबार के चलते जनार्दन महीने में 15 दिन पंजाब, गुजरात, हरियाणा और राजस्थान जाते हैं। तो रियल एस्टेट वर्क सेंस को भी टूर करना पड़ता है। उनका अपना हेलीकॉप्टर होने से उनका काफी समय बच जाता है।
एक तरफ राज्य सरकार दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए किसानों को सब्सिडी देती है। वहीं दूसरी ओर कुछ दुग्ध व्यापारी तकनीकी मदों के सहारे दुग्ध उत्पादन बढ़ा रहे हैं। आजकल आधुनिक तकनीक के कारण दूध दुहने से लेकर उपभोक्ता के बर्तन तक कुछ भी छुए बिना काम हो जाता है। जनार्दन की डेयरी में आधुनिक तकनीक है।