इन दिनों मे भारतीय रसोई मे मक्खन, घी, तेल, पाए जाते हे जीनके अपने-अपने हेल्थ बेनीफिट्स होते हे और ये रसोई का एक महत्व का हिस्सा है। घी का उपयोग रोटी या तो पराठा को पकाने के लिए और उन्हे चिकना करने के लिए किया जाता हे| मक्खन का उपयोग खाने को और बेहतर बनाने के लिया जाता हे| इन दिनों बाजार मे मिलते अनेक प्रकार के तेल जेसे मुहफली, सरसों और आलिव ऑइल का उपयोग काफी व्यंजन बनाने मे किया जाता हे|
अब की कईयो के मनमे ये सवाल आता होगा की, खाने के लिए कोनसा ऑप्शन हेल्थी हे और कोनस नहीं? तो हम आपको बात दे की इन तीनों को अलग-अलग तरीके से इस्तेमाल किया जाता हे|
मक्खन मे रहे प्रोटीन और सैचरैटिड फेट जो तेलों मे पाए जाते अनसैचरैटिड फेट की तुलना मे हार्ट के लिए हेल्थी होते हे| हाँलाकी मक्खन मे 20 प्रतिक्षत पानी होता जो खाना पकने समय वाष्पित हो जाता हे| आपको मकखन घरमे बनाए के लिए 8 से 9 दीन की मलाई को इकठ्ठा करना होता हे| मक्खन को बनाए के लिए आधा कप पानी और आधा कप दूध के साथ उच्च तापमान मे गर्म करके उसे ठंडा होने के लिए छोड़ देना हे| इसी तरह से आप मक्खन अपने घर मे बना सकते हो |
जब आप मक्खन को हाई टेम्परेचर पर गर्म करते हो तो दूध के अवशेष हट कर घी बन जाता हे| मक्खन मे वसा की मात्रा ज्याड़ा होती हे और घी मे वसा की मात्रा काम होती हे| घी का सेवन मात्रा रोटी पर लगाके खाने के लिए जाता हे | घी मोजूद ऐसिड आपकी सिस्टम को मजबूत करता हे और आपके शरीर की क्षमता बढ़ाने मे मदद करता हे|
ज्यादातर तेल का सेवन करने से शरीर मे सूजन पेदा हो सकती हे | इसीलिए तेल का कम सेवन करना ही मानव शरीर के लिए अच्छा हे| अगर आपको तेल खाना हे तो आप जेतुन तेल सेवन कर सकते हे क्यूंकी इस तेल मे अनसरूरटेड फेट होता हे| आप ये ध्यान रख सकते जब आप उच्च तापमान पर खाना पकाने के लिए घी और मक्खन का उपयोग कर सकते हो, लेकिन जेतुन तेल का नहीं | आप भोजन को खाने के लिए रीफाइंड तेल उपयोग कर सकते हे वो भी कम मात्र मे |