आजकल बच्चे स्वतंत्र होना चाहते हैं। यही कारण है कि बहुत बार माता-पिता को सड़कों पर भटकने या वृद्धाश्रम में डाल दिए जाने की घटनाएं देखने मिलती हैं। लेकिन अब एक ऐसी घटना सामने आई है जो जाने-अनजाने आपका खून खौल जाएंगा। इस मामले में भी कुछ ऐसा ही हुआ है।
राजस्थान के कोटा जिले के मांडा के कोला ग्राम पंचायत क्षेत्र के जंगलों में एक 70 वर्षीय महिला भूखी प्यासी मिली थी। गांव वालों ने जब इस महिला को देखा तो उनके मन में अनेक सवाल आए थे। ग्रामीणों ने उसे जंगल से बाहर निकाल कर पीने के लिए पानी दिया। फिर जब महिला से पूछा गया तो पता चला कि उसका बेटा उसे मरने के लिए जंगल में छोड़ गया है।
चलने में असमर्थता के कारण यह महिला पिछले 2 दिनों से जंगल में भूख से मर रही है। महिला का नाम उषा बाई है जो रणपुर इलाके की रहने वाली है। महिला ने कहा कि उसका बेटा रतन उसे जंगल में छोड़ गया है। तब महिला को एक सामाजिक कार्यकर्ता ने उठाया और एक जीप में ले गया।
महिला से पूछने पर उसने बताया कि दो दिन पहले उसका बेटा रतन उसे जंगल में छोड़कर चला गया था। मैंने उसके हाथ-पैर जोड़े और उससे कहा कि मुझे अकेला मत छोड़ो लेकिन उसने मेरी बात नहीं मानी और यह कहकर चला गया कि घर पर वापस मत आना। लेकिन महिला को अब भी भरोसा है कि उसका बेटा लौट आएगा।