देश की पहली बुलेट ट्रेन मुंबई और अहमदाबाद के बीच चलेगी ओर बुलेट ट्रेन का पहला स्टेशन सूरत होगा। बुधवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संसद में विपक्ष के सभी सवालों के जवाब दिए। कॉरिडोर परियोजना का उद्घाटन 2017 में किया गया था। निर्माण एजेंसी नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के अधिकारियों के मुताबिक दिसंबर 2024 तक कुल रूट (वापी, बिलिमोरा, सूरत, भरूच) के चार स्टेशन बन जाएंगे। यह महत्वाकांक्षी परियोजना भूमि अधिग्रहण में मुद्दों के कारण समस्याओं का सामना कर रही है।
भारत की पहली बुलेट ट्रेन 2026 में सूरत और बिलिमोरा के बीच चलने लगेगी। दिसंबर 2024 तक गुजरात में चार स्टेशन बन जाएंगे। इन चार स्टेशनों में से सूरत तैयार होने वाला पहला स्टेशन होगा। सूरत-बिलिमोरा मार्ग के बीच की दूरी 50 किमी है। रेल मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक मुंबई से अहमदाबाद के बीच चलने वाली बुलेट ट्रेन के बीच चार स्टेशनों के निर्माण के अलावा 237 किलोमीटर लंबे वायडक्ट यानी ब्रिज रूट का भी निर्माण किया जाएगा।
गुजरात के वलसाड में चैनेज 167 पर पियर निर्माण एवं वापी स्टेशन का कार्य प्रगति पर है। मुंबई और अहमदाबाद के बीच 508 किमी लंबी भारत की पहली हाई स्पीड रेल लाइन का निर्माण कर रहा है। भरूच जिले में 358 से 360 चेनेज के बीच पाइल, पाइल कैप और पिलर का निर्माण कार्य प्रगति पर है। 352 किमी मार्ग गुजरात के 8 जिलों और दादरा और नगर हवेली के माध्यम से 4 किमी मार्ग से गुजरेगा। सूरत स्टेशन का निर्माण चैनेज 264 पर शुरू हो गया है।
भूमि अधिग्रहण के मुद्दों और कोविड ने इसके निर्माण को प्रभावित किया। मुंबई और अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन कॉरिडोर परियोजना का उद्घाटन 2017 में किया गया था और परियोजना पर काम शुरू में 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य था। इस महत्वकांक्षी परियोजना में भूमि अधिग्रहण में मुद्दों के कारण मुद्दों का सामना कर रही है। मंत्रालय ने कहा कि वह इस मामले पर काम कर रहा है।
ईस परियोजना के लिए गुजरात में अब तक 98.62% भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है। दादरा और नगर हवेली केंद्र शासित प्रदेश में पूरी भूमि का अधिग्रहण किया गया है।