सुरों की सरताज लता मंगेशकर की आवाज की दुनिया दिवानी है लेकिन उनके निजी जीवन के बारे कम ही लोग जानते हैं। इतनी बड़ी सेलिब्रिटी होने के बावजूद भी वे ऐशोआराम और चकाचौंध की दुनिया से हमेशा दूर रहीं। लता ने पूरा जीवन एक साधारण महिला के तौर पर जीया।
स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन से देशभर में शोक का माहौल है। उन्होंने रविवार को आखिरी सांस ली। लता मंगेशकर के निधन के बाद फिल्मी हस्तियों के अलावा देश की अन्य बड़ी हस्तियों ने शोक व्यक्त किया। इतना ही नहीं देश के कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी अपने यहां लता मंगेशकर के निधन शोक की घोषणा की है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लता मंगेशकर के निधन पर पूरे राज्य ने शोक की घोषणा की है। उन्होंने घोषणा की है कि 15 दिनों तक पूरे राज्य में लता मंगेशकर के गाने बजाए जाएंगे। साथ ही सोमवार यानी 7 फरवरी को राज्य में हाफ डे की भी घोषणा की है। ममता बनर्जी ने अपना एक बयान जारी करते हुए कहा की पश्चिम बंगाल में अगले 15 दिनों तक सार्वजनिक जगहों, सरकारी इमारतों और ट्रैफिक सिग्नल्स पर लता मंगेशकर के गाने बजाए जाएंगे।
लता मंगेशकर ने 6 फरवरी को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में आखिरी सांस ली। वह पिछले महीने कोरोना वायरस की चपटे में आ गई थीं। जिसके बाद उन्हें आईसीयू में रखा गया था। हालांकि कुछ समय बाद लता मंगेशकर की तबीयत में थोड़ा सुधार आ गया था, लेकिन 5 फरवरी को फिर से उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। इसके बाद लता मंगेशकर को फिर से वेंटिलेटर पर रखा गया और 6 फरवरी को वह जिंदगी की जंग हार गईं।