आंध्र प्रदेश के युवक का दिल तुर्की की एक महिला पर अए गया। जिसके बाद वो महिला हजारों किलोमीटर का सफर पार करके भारत आई और फिर उस युवक के साथ शादी के गढ़बंधन मे बंध गई। हालाकी, उन दोनों ने लगभग 2 साल पहले ही सगाई कर ली थी, लेकिन वो अपने परिवार की मंजूरी मिलने का इंतजार कर रहे थे, कइ समय तक प्रतीक्षा करने बाद उनके परिवार वालों ने शादी करने के लिए इजाजत दे दी, उसके बाद वो शादी के बंधन मे बंध गए, आइए देखते हे केसे उनका सफर हुआ शरू।
मधु सकिरथ और गीजेंम की मिलने की कहानी बहुत ही दिलचस्प हे। आंध्र प्रदेश के गुटुर मे रहने वाले मधु की मुलाकात साल 2016 मे तुर्की की गीजेम से हुई थी। वो दोनों एक दूसरे से कुछ काम के सिलसिले मिले थे, बादमे वो बड़े अछे दोस्त बन गए।
उनकी यह दोस्ती धीरे-धीरे प्यार मे बदल गई। तुर्की मे गीजेम ने सकिरथ की काफी मदद की और दोनों के बीच प्यार बढ़ने लगा। उसके बाद उस दोनों ने अपने इस रिश्ते को कुछ नया नाम देने का फैसला किया।
गीजेम और मधु के परिवार वाले इस रिश्ते से नाराज थे, क्यूंकी उन्होंने जब अपनी शादी के बारे अपने परिवार वालों से बताया तो उन्होंने इनकार कर दिया। आखिर बाद दोनों को अपने माता-पिता से मजूरी मिल गई और 2019 मे उन्होंने हसी- खुशी सगाई कर ली।
कोरोनो की महामारी की वजह से वो दोनों पिछले साल शादी नहीं कर सके, क्यूंकी वो दोनों 2019 मे सगाई के बाद 2020 मे शादी करना चाहते थे, हालाकी, इस साल जुलाई मे जब कोरोना का प्रकोप काम होते ही दोनों ने तुर्की मे ही शादी कर ली।
इसके बाद अब मंगलवार को वो दोनों पारंपरिक तेलुगु रीति रिवाज से शादी की। मेप के मुताबीत, तुर्की से गुटुर 5 हजार किलोमीटर दूर हे। इसी लिए जब विदेशी दुल्हन घर आई तो आसपास के इलाके मे चर्चा का महोल बन गया।