सलाम हे एक पती के प्यार को। राजस्थान के एक डॉक्टर ने सवा करोड़ रुपए खर्च अपनी पत्नी को मौत के मुंह से निकाल लिया। पत्नी को मौत के मुंह से बचाने वाले डॉक्टर सुरेश चौधरी राजस्थान के पाली जिले के गांव खैरवा के पीएचसी में पोस्टेड हैं। उन्होंने पत्नी को बचाने में खुद की बचत के 10 लाख रुपए खर्च किए। पैसे कम पड़े तो एमबीबीएस की डिग्री गिरवी रखकर बैंक से 70 लाख का लोन लिया। साथी डॉक्टर्स व स्टॉफ ने अभियान चलाकर 20 लाख रुपए जुटाए। 15 लाख में खारड़ा गांव में प्लॉट बेचा।
इनकी पत्नी अनिता चौधरी 13 मई 2021 को कोरोना पॉजिटिव हो गई थीं। इसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ती चली गई। डॉक्टर सुरेश चौधरी पत्नी अनिता को सबसे पहले पाली के बांगड़ अस्पताल लेक शुरुआत में पाली के बांगड़ अस्पताल लेकर गए। वहां पर बेड उपलब्ध नहीं होने पर 14 मई को जोधपुर एम्स में भर्ती करवाया।
जोधपुर एम्स में उपचार करवाने के बाद भी अनिता की तबीयत में सुधार नहीं हुआ। उसे वैंटिलेटर पर लेना पड़ा, क्योंकि फेफड़े 95 फीसदी तक खराब हो गए थे। ऐसे में सुरेश ने पत्नी को एक जून 2021 को अहमदाबाद के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया। डॉक्टर ने न केवल अपनी सारी जमा पूंजी लगा दी बल्कि MBBS की डिग्री गिरवी रखकर 70 लाख का लोन लेकर भी खर्च कर डाला।
अहमदाबाद के डॉक्टरों ने अनिता को ईसीएमओ मशीन पर लिया। उसका वजन 50 से गिरकर 30 किलो रह गया और शरीर में महज डेढ़ यूनिट खून बचा था। ईसीएमओ मशीन के जरिए हार्ट व लंग्स बाहर से ऑपरेट होते हैं। यहां का रोजाना का खर्च एक लाख रुपए से ज्यादा था। 87 दिन तक ईसीएमओ मशीन पर रहने के बाद अनिता के लंग्स में सुधार हुआ और वे फिर से बोलने लगीं। कुछ ही दिनों में उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया।