बप्पी लहिरी का मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 69 वर्ष के थे। बप्पी लहिरी एक महीने से अस्पताल में भर्ती थे और सोमवार को उन्हें छुट्टी दे दी गई लेकिन मंगलवार को उनकी तबयत बिगड़ गई और उनके परिवार ने एक डॉक्टर को अपने घर आने के लिए बुलाया। जिसके बाद उन्हें अस्पताल लाया गया। उन्हें स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं थीं।
बप्पी लहिरी का असली नाम अलोकेश लाहिड़ी था। उनका जन्म 27 नवंबर 1952 को पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में हुआ था। इनके पिता का नाम अपरेश लहिरी और मां का नाम बन्सारी लहिरी है।
यह बेहद कॉमन स्लीपिंग डिसऑर्डर है। मतलब इस बीमारी में सोते वक्त ज्यादा समस्या होती है। स्लीपिंग डिसऑर्डर्स कई तरह के होते हैं। वहीं ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप ऐप्निया में सोते वक्त मरीज का गला चोक हो जाता है। इस वजह फेफड़ों तक ऑक्सीजन पहुंचाने में सीने की मांसपेशियों को काफी मेहनत करनी पड़ती है।
सामान्य लक्षण:
- तेज खर्राटे लेना।
- दिन के वक्त ज्यादा नींद आना।
- सोते वक्त सांस रुकना या गला चोक हो जाना।
- सां’ स रुकने या गला चोक होने से नींद खुल जाना।
- सोते वक्त मुंह सूखना और गला चिपकना।
- सुबह के वक्त सिर में दर्द।
- हाई ब्लड प्रेशर।